Sunanda Aswal

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शौर्ट स्टोरी चैलेंज

प्रतियोगिता :शॉर्ट स्टोरीज चैलेंज
जॉर्नर : हास्य
शीर्षक: तोहफे कैसे कैसे?

🌺🤗🌺

कैसे कहूं....??? कासे कहूं...??

ये तोहफे भी ना सच कमाल करते हैं....कुछ ना कुछ धमाल करते हैं...!!

वह नई नवेली वधु बनकर जब ससुराल पहुंची । वहाँ का नजारा भी कम दिलचस्प नहीं था । हाय...!!😏🙄🤔😁
पहले तो ब्यूटी पार्लर वाली ने जो जो ना ठूंसना था सभी कुछ तो लगा दिया था ,चलती फिरती कॉस्मेटिक की दुकान ही बना दिया था ।
उधर रही सही कसर पंडित जी और फॉटोग्राफर ने ना छोड़ी। 🤔😏😍🎎

इधर घूमिऐ मैम ...उधर घूमिए । जरा चेहरा उठाऐं ..जरा नजरें झुकाएं..जरा शर्माएं..। कौन कौन से योगासन ना कराए ..फोटोग्राफर जी ने..।

पंडित जी बोले ,"अब आचमन लें..अब भूमि पर डालें ..अब पी लें अब फिर भूमि पर डालें..। अब उठे ..अब बैठें..अब बाएं अब दाएं..अब बंधन लगाएं अब खोलें...।।

कितना सब गुजरने के बाद तोहफे की रस्म ..मुंह दिखाई प्रारंभ हुई----

पहले सासू ," आहो !! सोणी तो है...बस जरा जल्दी उठना होगा सोकर ..घर में इज्जत तो चाहिए ही ..सबका मान भी करना ...!!" कहकर एक जोड़ी डाइमंड के कान के बूंदे दे दिए ।

"हाय  !!जल्दी उठना पड़ेगा ..ओ मय्या मोरी," कामिनी बोली।

अब कुमोलिका जैसी दिखने वाली नंद आई," गजब !! आ....हा......!!(एक पॉज देकर बोली) कमाल की सुंदर हो ..अब हमारा पत्ता ना साफ करना..समझी वर्ना समझी ..तुम्हारा ही...!!" कहकर उसने एक सोने की रिंग हाथों में पहना दी । 😇❤️🌹😎😏🙄🙄

"ये विलेनों का अड्डा है क्या मम्मी बचा लो ...मुझे..!!"
कामिनी बुदबुदायी ।

अब बड़ी की बारी आई जैठानी बोली," सुंदर तो हो परंतु काम में भी चतुर बनना । हमसे अधिक ना को ...हो  होशियारी में ..!! ये साड़ी है तुम्हारे लिए सिल्क की और हां अगर साड़ी पसंद ना आई तो बदल लेना ,दुकान पहचान की है । " कह डब्बा हाथ में पकड़ा गई ।😍😊

अब दूसरी जैठानी का नंबर ,वह कुछ अधिक ना बोल पाई ,क्योंकि, अभी उसको कम वक्त हुआ था । अंगूठी हाथ में धर गई ..।

अब तोहफे देने की उसकी बारी आई । नंदो ने सेटिंग कर ली थी । मायके से जो जिठानियों को भारी साड़ियों के डिब्बों की पैकिंग में नाम लिखा था ,उसको अपने लिए फिट कर लिया और कम भारी साड़ियां जिठानियों के हिस्से में कर लिया । 🙄😁🤔

बेचारी जिठानियां...!!🤔🙄

बड़ी जिठानी ने जो साड़ी तोहफे में दी थी पता चला ,
बिल्कुल वैसी ही साड़ी उसके मायके से मिली ।

आखिर बड़ी जिठानी का तोहफा वापस करवाया और उसमें अधिक पैसे डालकर और अच्छी साड़ी खरीदवा ही दी..।

आखिर नई बहू जो थी।😁😊😍

#लेखनी
#लेखनी कहानी
#लेखनी कहानी का सफर
सुनंदा..✍🎴😁😇

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9 Comments

Abhinav ji

05-May-2022 06:38 AM

Very nice

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Seema Priyadarshini sahay

29-Apr-2022 08:46 PM

वाह, बहुत खूब👌👌

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Sunanda Aswal

30-Apr-2022 06:39 AM

धन्यवाद हृदय से 🌺 ❤️

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Swati chourasia

29-Apr-2022 12:46 PM

बहुत खूब 😀😀

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Sunanda Aswal

30-Apr-2022 06:39 AM

धन्यवाद हृदय से 🌺

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